
लाखों निवेशकों के लिए लंबे इंतजार के बाद सहारा इंडिया में लगाया गया धन वापस मिलने की प्रक्रिया अब तेज़ी से आगे बढ़ रही है। जिन लोगों ने अपनी जीवनभर की बचत इस कंपनी में जमा की थी,चाहे वो बेटी की शादी के लिए हो या भविष्य की सुरक्षा के लिए अब उनके चेहरे पर उम्मीद की नई किरण लौट आई है।
रिफंड प्रक्रिया की शुरुआत
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद केंद्र सरकार ने निवेशकों के धन को लौटाने का कार्य प्रारंभ किया। जुलाई 2023 में इस पहल की शुरुआत हुई थी, और अब तक बड़ी संख्या में निवेशकों को उनकी राशि का हिस्सा प्राप्त हो चुका है। हाल ही में 15 जिलों में भुगतान चरण शुरू हुआ है, जिससे लाभार्थियों को सीधे उनके बैंक खाते में धन मिलने लगा है।
ऑनलाइन आवेदन और पोर्टल सुविधा
सरकार ने पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बना दिया है ताकि निवेशकों को किसी कार्यालय के चक्कर न काटने पड़ें। इसके लिए आधिकारिक पोर्टल mocrefund.crcs.gov.in तैयार किया गया है। यहां निवेशक अपने रजिस्ट्रेशन नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करके रिफंड की स्थिति देख सकते हैं।
भुगतान किस्तों में हो रहा है,पहले चरण में ₹10,000 तक की राशि दी गई, जबकि दूसरे और तीसरे चरण में भुगतान सीमा बढ़ाई गई है। पूरी राशि ब्याज समेत देने का लक्ष्य वर्ष 2027 तक रखा गया है।
रिफंड के लिए आवश्यक शर्तें
- बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) सक्रिय होना चाहिए।
- खाते से मोबाइल नंबर और आधार लिंक होना आवश्यक है।
- खाते में कोई होल्ड या स्टॉप ऑर्डर नहीं होना चाहिए।
- आवेदन में रजिस्ट्रेशन नंबर और मोबाइल नंबर सही तरीके से दर्ज करें।
लाभार्थी सूची देखने की प्रक्रिया
निवेशक यह पुष्टि कर सकते हैं कि उनका नाम लाभार्थी सूची में है या नहीं। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करने पर यदि नाम सूची में मौजूद है, तो इसका अर्थ है कि धनराशि ट्रांसफर की प्रक्रिया चालू है और जल्द ही भुगतान आपके खाते में पहुंच जाएगा।
निवेशकों के लिए संदेश
अगर आपने भी सहारा इंडिया में निवेश किया था, तो अब देरी न करें। आवश्यक दस्तावेज और जानकारी तैयार रखें और पोर्टल पर जाकर आवेदन करें, ताकि आपका नाम लाभार्थी सूची में जल्द दर्ज हो सके और आपको अपनी मेहनत की कमाई ब्याज समेत वापस मिले।