देशभर में अब मौसम धीरे-धीरे करवट ले रहा है। सुबह और शाम की ठंड बढ़ने के साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए मुश्किलें भी बढ़ती दिखाई दे रही हैं। इसी कारण शिक्षा विभाग और अभिभावकों के बीच सर्दियों के दौरान स्कूलों के समय में बदलाव की मांग तेज़ी से उठ रही है।
अभिभावकों का कहना है कि सुबह के वक्त तापमान लगातार गिर रहा है, जिससे छोटे बच्चों को ठंड में स्कूल भेजना सुरक्षित नहीं है। कई जिलों ने पहले ही प्रशासन को इस बारे में ज्ञापन सौंपकर स्कूल खुलने और बंद होने के समय में समायोजन की मांग की है।

सर्दी में सुबह की ठंड से राहत पाने का उपाय
सामान्य दिनों में स्कूल सुबह 7:00 या 7:30 बजे शुरू होते हैं, लेकिन अब अभिभावकों का सुझाव है कि यह समय सर्दियों में घटाकर 8:30 या 9:00 बजे कर दिया जाए। समय में यह बदलाव बच्चों को ठंड से राहत देने के साथ-साथ बीमारियों के जोखिम को भी कम करेगा।
शिक्षा विभाग और प्रशासन की तैयारी
कई राज्यों के शिक्षा अधिकारी इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। यदि तापमान और गिरता है, तो स्थानीय प्रशासन स्कूलों के टाइमिंग में आधिकारिक बदलाव का आदेश जारी कर सकता है। निजी स्कूल संघों ने भी इस पहल को समर्थन दिया है और कहा है कि बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना हर संस्थान की जिम्मेदारी है।
जल्द आ सकता है आदेश
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि नवंबर के पहले सप्ताह तक ठंड में और वृद्धि होगी। इसके बाद कई राज्यों में स्कूल टाइमिंग को लेकर औपचारिक घोषणा की जा सकती है। फिलहाल शिक्षा विभाग की ओर से चर्चा और तैयारी का दौर जारी है, और अभिभावकों की उम्मीदें बढ़ रही हैं कि इस बार ठंड में बच्चों के लिए राहत भरा निर्णय लिया जाएगा।