बिहार में जमीन से जुड़े पुराने दस्तावेज, जिन्हें केवाला भी कहा जाता है, अब ऑनलाइन आसानी से प्राप्त किए जा सकते हैं। पुराने दस्तावेजों को संभाल कर रखना या उनकी कॉपी बनाना अक्सर कठिन होता था, लेकिन अब बिहार सरकार ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से इस प्रक्रिया को सरल और तेज बनाया है। इस सुविधा से आप अपने पुराने जमीन दस्तावेज जैसे खतियान, जमाबंदी सहित अन्य जरूरी कागजात घर बैठे ही ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं।

केवाला दस्तावेज क्या होता है?
केवाला वह आधिकारिक कागज होता है जो जमीन के वास्तविक मालिक और उसकी जानकारी का प्रमाण रहता है। पुराने समय के केवाला दस्तावेज अक्सर कागज फटने या खराब होने के कारण खो जाते थे, जिससे मालिक को मुश्किलें होती थीं। डिजिटलाइजेशन के बाद अब 2005 से लेकर वर्तमान तक के केवाला दस्तावेज ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित होते हैं, जिन्हें कभी भी डाउनलोड किया जा सकता है।
ऑनलाइन केवाला निकालने की आसान प्रक्रिया
- सबसे पहले बिहार सरकार के आधिकारिक पोर्टल bhumijankari.bihar.gov.in या enibandhan.bihar.gov.in पर जाएं।
- यहां “भूमि अभिलेख” या “Registered Document” सेक्शन पर क्लिक करें।
- अपनी जमीन की जानकारी जैसे जिला, ब्लॉक, गांव (मोज़ा), खाता व खेसरा संख्या दर्ज करें।
- आवश्यक जानकारी भरने के बाद आपके जमीन का पुराना केवाला या अन्य दस्तावेज तुरंत स्क्रीन पर दिख जाएंगे।
- दस्तावेज को डाउनलोड करने का विकल्प चुनें, जिसकी अधिकतर सेवाएं मुफ्त या न्यूनतम शुल्क पर उपलब्ध हैं।
- जिन दस्तावेजों की जरूरत हो, उनका प्रिंट निकाल कर उपयोग किया जा सकता है।
इस सेवा के फायदे
- अब जमीन दस्तावेज के लिए सरकारी कार्यालयों के लंबा इंतजार या यात्रा की जरूरत नहीं।
- दस्तावेजों का डिजिटल स्वरूप सुरक्षित रहता है और क्षतिग्रस्त होने का खतरा समाप्त होता है।
- खतियान, जमाबंदी, शुद्धिपत्र जैसे सभी जरूरी कागजात ऑनलाइन 24/7 उपलब्ध।
- इसका प्रयोग कहीं से भी और किसी भी समय किया जा सकता है।
- पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और आसान होने से भ्रष्टाचार में कमी आएगी।
ध्यान देने योग्य बातें
- दस्तावेज निकालने के लिए दर्ज की गई जमीन की जानकारी पूरी और सही होनी चाहिए अन्यथा दस्तावेज उपलब्ध नहीं होगा।
- इंटरनेट कनेक्शन के साथ कंप्यूटर या मोबाइल फोन आवश्यक होगा।
- डाउनलोड करने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित प्रक्रिया या शुल्क की जानकारी वेबसाइट से जांच लें।