केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश कार्यक्रम को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस साल भी देशभर के लाखों अभिभावक अपने बच्चों को केंद्रीय विद्यालयों में दाखिला दिलाने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। उत्कृष्ट शिक्षा और अनुशासित माहौल के चलते हर वर्ष इन विद्यालयों में प्रवेश की मांग बढ़ जाती है।
इस बार की सबसे बड़ी अपडेट यह है कि KVS Admission 2025 पूरी तरह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया जाएगा। आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए KVS ने अपने ऑनलाइन पोर्टल को पहले से अधिक यूज़र-फ्रेंडली बनाया है ताकि अभिभावक घर बैठे आवेदन कर सकें और किसी भी तरह की जटिलता न हो।

आवेदन प्रक्रिया की संभावित तिथि
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्रीय विद्यालयों में प्रवेश की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया मार्च 2025 के पहले सप्ताह से शुरू होने की उम्मीद है। अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट kvsonlineadmission.kvs.gov.in पर जाकर आवेदन फॉर्म भर सकेंगे। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज जैसे—बच्चे की जन्म तिथि प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, हाल की पासपोर्ट साइज फोटो और अन्य संबंधित प्रमाण पहले से तैयार रखें।
प्रवेश मानदंड और सीट वितरण
2025-26 सत्र में एडमिशन कक्षा 1 से 11 तक के लिए आयोजित किया जाएगा। सीट आवंटन ‘पहले आओ पहले पाओ’ के सिद्धांत और आरक्षण नीति के अनुसार किया जाएगा। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी वर्ग के बच्चों को निर्धारित अनुपात के तहत प्राथमिकता दी जाएगी, वहीं केंद्रीय एवं राज्य सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को विशेष कोटे के अंतर्गत स्थान मिलेगा।
डिजिटल एडमिशन पोर्टल की नई सुविधाएं
इस बार आवेदन करने के तुरंत बाद उम्मीदवार को एक यूनिक एप्लीकेशन नंबर प्राप्त होगा। यह नंबर आगे की प्रक्रियाओं—जैसे लॉटरी ड्रॉ रिजल्ट, चयन सूची या सीट अपडेट—को ट्रैक करने में काम आएगा। इसके साथ ही सभी विद्यालयों की उपलब्ध सीटें और शाखा सूची भी वेबसाइट पर खुली रूप में देखी जा सकेगी।
संभावित टाइमलाइन:
- आवेदन प्रारंभ तिथि – मार्च 2025 का पहला सप्ताह
- आवेदन की अंतिम तिथि – अप्रैल 2025 का दूसरा सप्ताह
- चयन सूची जारी होने की तिथि – मई 2025
KVS ने अभिभावकों से अपील की है कि आवेदन से पहले वेबसाइट पर उपलब्ध दिशा-निर्देशों को ध्यान से पढ़ें। इस बार प्रक्रिया में डिजिटल सत्यापन, दस्तावेजों की ऑनलाइन जाँच, और डेटा पारदर्शिता पर विशेष जोर दिया जाएगा।
केंद्रीय विद्यालयों की यह एडमिशन प्रक्रिया देशभर के छात्रों के लिए शिक्षा की नई दिशा तय करेगी, जहां सरकारी शिक्षा के साथ आधुनिक तकनीक का समावेश भी देखने को मिलेगा।