
भारत सरकार देशभर में ऊर्जा बचत और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ चला रही है। यह योजना नागरिकों को अपने घरों की छत पर सोलर पैनल लगवाने और बिजली बिल से राहत पाने का मौका देती है। हालांकि, हर घर इस योजना का लाभ नहीं उठा सकता। सरकार ने इसके लिए कुछ खास पात्रता और शर्तें तय की हैं।
गर्मी के मौसम में जब बिजली की खपत लगातार बढ़ जाती है, तब सोलर पैनल लगवाना ऊर्जा बचत का एक शानदार विकल्प बन सकता है। लेकिन पीएम सूर्य घर योजना के तहत केवल ऐसे ही घरों को चुना जाता है जो कुछ निर्धारित नियमों पर खरे उतरते हों।
किन घरों पर नहीं लग पाएंगे सोलर पैनल?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है हर घर तक सौर ऊर्जा पहुंचाना, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि लाभार्थी के पास स्वयं की पक्की छत हो। नीचे दिए गए मामलों में आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है:
- अगर घर पर छत नहीं है या वह किसी और के साथ साझा की गई है।
- यदि किसी व्यक्ति ने पहले किसी अन्य सरकारी योजना के तहत सोलर सब्सिडी ली है।
- सरकारी कर्मचारी या नियमित रूप से आयकर देने वाले व्यक्ति इस योजना के दायरे में नहीं आते।
- किराए के मकान या बिना स्वामित्व वाले भवनों पर सोलर पैनल नहीं लगवाए जा सकते।
पात्र घरों को मिलेगा सीधा लाभ
जो लोग इन शर्तों को पूरा करते हैं, उन्हें सरकार की ओर से सोलर पैनल पर सीधी सब्सिडी दी जाती है। राहत यह है कि अलग-अलग वॉट क्षमता वाले सोलर सिस्टम पर अलग-अलग सब्सिडी निर्धारित की गई है। इससे न केवल बिजली के बिल में भारी कमी आती है बल्कि बची हुई बिजली को ग्रिड में बेचकर अतिरिक्त आमदनी भी संभव है।
योजना का उद्देश्य और लाभ
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना का लक्ष्य है कि हर परिवार स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन करे और पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता घटे। इससे पर्यावरण को भी लाभ होगा और आम जनता की जेब पर भी असर कम पड़ेगा। योजना से जुड़कर लोग अपने घरों में बिजली आत्मनिर्भरता हासिल कर सकते हैं।
आवेदन करने की प्रक्रिया
इच्छुक आवेदक इस योजना के लिए आधिकारिक वेबसाइट pmsuryaghar.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। वहां आवश्यक दस्तावेजों और पात्रता से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई है।

















