आजकल युवाओं के लिए रोजगार ढूँढना जितना मुश्किल हो गया है, उतना ही जरूरी हो गया है कुछ नया सोचना। कमाई का मज़बूत जरिया खुद का व्यवसाय बन सकता है, खासकर अगर वो ऐसा प्रोडक्ट हो जिसकी मांग शायद ही कभी कम हो। भारत में हर वर्ग और उम्र के लोग चप्पल इस्तेमाल करते हैं—ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी, घर में पहनने के लिए, बाहर जाने के लिए, हर जगह इसकी जरूरत है। यही वजह है कि इस बिजनेस में जोखिम कम है और संभावना अधिक।

शुरुआती लागत और मशीनरी
फुटवियर बनाने की मशीन मात्र ₹16,000 में खरीदी जा सकती है। यह एक बेसिक मशीन है, जो शुरुआती स्तर पर छोटे या मीडियम स्केल पर बिजनेस शुरू करने के लिए पर्याप्त होती है। कच्चा माल (रबर शीट, सोल, पट्टी आदि) स्थानीय थोक बाजार या ऑनलाइन आसानी से मिल जाता है। शुरुआती कुल लागत—मशीन, सामग्री और पैकिंग मिलाकर—₹25,000 से ₹30,000 तक आसानी से manage हो सकती है।
प्रोडक्शन खर्च और कमाई का गणित
एक जोड़ी चप्पल बनाने में लगभग ₹35–₹40 की लागत आती है। यही जोड़ी मार्केट में ₹60 से ₹100 तक बिकती है। मान लीजिए आप दिन में 50 जोड़ी तैयार करते हैं—
- कुल लागत: 50 × ₹40 = ₹2,000
- न्यूनतम बिक्री: 50 × ₹60 = ₹3,000
- यानी सिर्फ 50 जोड़ी पर कम से कम ₹1,000 की शुद्ध कमाई।
अगर आप तेजी से प्रोडक्शन और बिक्री करते हैं, तो यह आंकड़ा ₹2,000 या उससे अधिक भी हो सकता है।
मार्केटिंग और बिक्री
फुटवियर बिजनेस में सबसे निर्णायक है मार्केटिंग—
- लोकल मार्केट, मेले, पैंथ, हाट और फुटपाथ पर आसानी से बिक्री हो सकती है।
- आप अपनी BRANDED चप्पल तैयार कर व्हाट्सऐप, फेसबुक या लोकल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी प्रमोट कर सकते हैं।
- मोहल्ले और गाँव के दुकानदारों के साथ नेटवर्किंग करके थोक में सप्लाई शुरू की जा सकती है।
वैरायटी और संभावनाएं
चप्पल का क्रेज आज सिर्फ जरूरत तक नहीं, बल्कि फैशन तक पहुँच चुका है। आप तरह-तरह की वैरायटी बना सकते हैं—
- पुरुषों, महिलाओं व बच्चों के लिए स्टाइलिश/पारंपरिक डिज़ाइन
- मॉडर्न स्लीपर्स, होम स्लीपर्स, रबर व स्पोर्ट्स चप्पल
- सीज़नल मांग के हिसाब से मोटी या हल्की चप्पलें
महिलाओं और ग्रामीण युवाओं के लिए भी अवसर
यह व्यवसाय खासतौर पर उन महिलाओं के लिए उपयोगी है, जो घर बैठे कमाई करना चाहती हैं। छोटी मशीन और सीमित जगह में प्रोडक्शन शुरू किया जा सकता है। गाँव के युवक-युवतियाँ भी मिलकर इसे ग्रुप में चला सकते हैं और अपने इलाके में रोज़गार के नए रास्ते खोल सकते हैं।
जरूरी टिप्स और सावधानियाँ
- शुरुआत में अच्छी क्वालिटी और आकर्षक डिज़ाइन पर फोकस करें।
- समय-समय पर लोकल ट्रेंड समझें और उसी हिसाब से प्रोडक्ट को अपडेट करें।
- बिजनेस बढ़ाने के लिए थोक खरीदारों व फुटकर ग्राहकों दोनों तक पहुँच बनाएं।

















